अपस्ट्रीम
तेल और गैस उद्योग में, अपस्ट्रीम क्षेत्र मुख्य रूप से हाइड्रोकार्बन अर्थात् कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की खोज और उत्पादन से संबंधित है।
अन्वेषण का लक्ष्य तेल और गैस भंडार को खोजना और उसका अनुमान लगाना है। कंपनियाँ उन क्षेत्रों की खोज शुरू करती हैं जहाँ तेल और गैस होने की संभावना अधिक होती है, जो आमतौर पर स्थानीय भूविज्ञान और आस-पास के ज्ञात तेल क्षेत्रों पर आधारित होते हैं। वे तेल या गैस की जाँच करने के लिए एक अन्वेषण कुआँ खोदते हैं। यदि पहला कुआँ संभावना दिखाता है, तो आगे और कुएँ खोदे जाते हैं।
उत्पादन चरण में, लक्ष्य तेल और गैस भंडार का परीक्षण करना तथा तेल और गैस कुओं के पूरे जीवनकाल में हाइड्रोकार्बन को एक स्थायी तरीके से निकालना है। तेल और गैस भंडार से अधिकतम मूल्य प्राप्त करने के लिए कुओं की उत्पादन दर को समायोजित किया जाता है। यह कुओं में सुधार करके किया जाता है, जैसे कि समस्याओं को ठीक करना या अधिक तेल और गैस प्रवाह में मदद करने के लिए तकनीकों का उपयोग करना।
ऑयल इंडिया लिमिटेड ने भारत में ईएंडपी व्यवसाय में एक अपस्ट्रीम कंपनी के रूप में शुरुआत की थी। कंपनी के मुख्य अपस्ट्रीम संचालन भू-विज्ञान समूह, ड्रिलिंग और उत्पादन हैं।